जब याद गोधरा आता है आँखों में आँसू आते हैं, कश्मीरी पंडितों की पीड़ा कुछ हिंदू भूल क्यों जाते हैं। हर बार विधर्मी शैतानों ने धर्म पर हैं प्रहार किये, हर बार सहिष्णू बन कर हमने जाने कितने कष्ट सहे। ... ... अब और नहीं चुप रहना है अब और नहीं कुछ सहना है, जैसा [...]
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