Monday, 12 March 2012

नमस्ते ही क्योँ?

नमस्ते ही क्योँ?
अपने बच्चों को भारतीय बनायें, उन्हें Good Morning नहीं, 'नमस्ते' करना सिखाएं. अंग्रेजी सीखना बुरा नहीं है, अंग्रेज़ियत सीखना बुरा है. क्या अंग्रेजी सभ्यता,भारतीय सभ्यता - संस्कृतिसे अधिक अच्छी है ? जी नहीं. संसार में सबसे उत्तम सभ्यता भारतीय सभ्यता, वैदिक संस्कृति है. वेदों में 'नमस्ते' करने का ही विधान है. इसलिए भारतीय बनें और भारतीय बनायें. -स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक.

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