इन्द्रजित देव जी आर्यसमाज के यशस्वी दार्शनिक विद्वान् श्री पंडित गंगा प्रसाद जी उपाध्याय जी एक बार अपने उपदेश में ईश्वर की सर्वव्यापकता का मंडन व मूर्ति पूजा का खंडन कर चुके तो उस सभा में ही एक श्रोता ने खड़े होकर प्रश्न कर दिया तुम वेद के ठेकेदारों से हैं, यह मेरा सवाल कण-कण [...]

Read more of this post